उत्तर
हमारे प्रिय भाई,
यहूदी मानते हैं कि उनकी जाति के अलावा सभी राष्ट्र उनके गुलाम हैं। वे इतिहास के हर युग में झगड़े और बगावत के स्रोत रहे हैं। इसी कारण सभी राष्ट्र उनके दुश्मन रहे हैं।
यहूदियों ने तोराह को विकृत कर दिया और अपनी मनमानी से एक धर्म बना लिया। इसलिए वे हमेशा के लिए नरक में रहेंगे। लेकिन अगर वे ईमान लाते हैं और मुसलमान बन जाते हैं तो उन्हें मुक्ति मिल सकती है।
सलाम और दुआ के साथ…
इस्लाम धर्म के बारे में प्रश्नोत्तर