प्रश्न विवरण
– कभी-कभी मैं फ़र्ज़ नमाज़ों में इक़ामत कहना भूल जाता हूँ या मुझे लगता है कि मैंने इक़ामत कहना भूल दिया है। क्या फ़र्ज़ नमाज़ को दोहराना ज़रूरी है?
उत्तर
हमारे प्रिय भाई,
सलाम और दुआ के साथ…
इस्लाम धर्म के बारे में प्रश्नोत्तर