क्या हम अपने मन में यह सोचकर कि मैं यह नहीं करूँगा, यह नहीं करूँगा, कसम खा सकते हैं, लेकिन अगर हम इसे अपनी जुबान से नहीं कहते हैं, तो क्या हम फिर भी कसम खा चुके माने जाएँगे? और क्या कसम न खाने की कसम खाई जा सकती है?

प्रश्न विवरण

क्या हम अपने मन में यह सोचकर कि मैं यह नहीं करूँगा, यह नहीं करूँगा, कसम खा सकते हैं, लेकिन अगर हम इसे अपनी जुबान से नहीं कहते हैं, तो क्या हम फिर भी कसम खा चुके माने जाएँगे? और क्या कसम न खाने की कसम खाई जा सकती है?

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