क्या शराब के माहौल में कुरान पढ़ने में कोई हर्ज है?

प्रश्न विवरण

किसी को शराब पीते हुए जगह पर कुरान पढ़ने के लिए मजबूर किया गया, उसने दवा के नाम पढ़े। क्या ऐसी जगह पर कुरान पढ़ना जायज है? क्या पढ़ने वाला गुनाहगार होगा? क्या सामने वाले के सुधार की संभावना के आधार पर भी इसे पढ़ने में कोई आपत्ति है?

उत्तर

हमारे प्रिय भाई,

एक मुसलमान को शराब पीने की जगह पर बिना किसी जरूरी कारण के नहीं रहना चाहिए, नहीं रुकना चाहिए, और न ही वहाँ समय बिताना चाहिए। अगर वह बिना जाने या मजबूरी में वहाँ पहुँच गया है, तो उसे पहली ही मौके पर वहाँ से निकल जाना चाहिए।

ऐसे स्थान पर कुरान पढ़ने के उद्देश्य पर विचार करना आवश्यक है। उदाहरण के लिए, एक मुसलमान शराब पीने वाले के पास जाकर उसे बता सकता है कि वह जो कर रहा है वह हराम है, और यदि आवश्यक हो तो शराब को हराम करने वाली आयतों और हदीसों को पढ़ सकता है।

चूँकि प्रश्न में उल्लिखित व्यक्ति को कुरान पढ़ने में कठिनाई हो रही है, इसलिए यह स्पष्ट है कि दूसरी पार्टी का इरादा बुरा है; इस स्थिति में, उन्हें “दवाओं के नाम पढ़कर” धोखा देना और स्थिति को बचाना – जो दूसरों के लिए संभव नहीं है – एक अच्छा बचाव मार्ग है।


सलाम और दुआ के साथ…

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