उत्तर
हमारे प्रिय भाई,
इबादत पुण्य अर्जित करने के लिए नहीं की जाती, इबादत का उद्देश्य अल्लाह की रज़ामंदी होना चाहिए। अल्लाह चाहे तो इनाम देता है, और चाहे तो नहीं देता, यह हम नहीं जान सकते।
अपनी इबादतों में हमें जिस बात का सबसे ज़्यादा ध्यान रखना चाहिए, वह यह है कि इबादत सिर्फ़ अल्लाह की रज़ामंदी के लिए की जा रही है। इसी तरह से हम सच्चे अर्थों में इख़लास हासिल कर सकते हैं।
सलाम और दुआ के साथ…
इस्लाम धर्म के बारे में प्रश्नोत्तर