क्या आप उस कयामत की भविष्यवाणी की व्याख्या कर सकते हैं जो इस तरह जारी है: “जब तक जंगली जानवर बात नहीं करने लगते?”

प्रश्न विवरण

“जब तक जंगली जानवर इंसानों से बात नहीं करते, जब तक कि चमड़े की पट्टी, जो कि चाबुक के सिरे पर होती है, और जूते की लेस, जो कि पैर पर होती है, किसी व्यक्ति से बात नहीं करती, तब तक कयामत नहीं होगी।”

– क्या आप इस हदीस की व्याख्या कर सकते हैं?

उत्तर

हमारे प्रिय भाई,

हमारे पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फरमाया:


“मैं उस ईश्वर की कसम खाता हूँ जिसके हाथ में मेरी आत्मा की शक्ति है, जब तक कि जंगली जानवर मनुष्यों से बात नहीं करते, तब तक उनके कोड़े का एक सिरा…”

(हत्था और कोई भी भाग)

जब तक व्यक्ति से बात नहीं की जाती, जब तक कि व्यक्ति के जूते की लेस उससे बात नहीं करती और जब तक कि व्यक्ति के घुटने उसे यह खबर नहीं देते कि उसके बाद उसके परिवार ने क्या किया, तब तक कयामत नहीं होगी।”


(अहमद इब्न हनबल, मुसनद; तिरमिज़ी, फ़ितन, 19; अब्द इब्न हुमैद, मुसनद, II, 498)।

आपके प्रश्न का उत्तर और अतिरिक्त जानकारी के लिए कृपया क्लिक करें:



क्या आप इस हदीस के बारे में जानकारी दे सकते हैं कि “जब तक जंगली जानवर इंसानों से बात नहीं करने लगेंगे, तब तक कयामत नहीं होगी”?


सलाम और दुआ के साथ…

इस्लाम धर्म के बारे में प्रश्नोत्तर

नवीनतम प्रश्न

दिन के प्रश्न