– क्या अंधेरे में सजदे की जगह पूरी तरह से न दिखने पर की गई नमाज़ सही है?
हमारे प्रिय भाई,
अंधेरे या अर्ध-अंधेरे स्थान पर नमाज़ अदा करना तभी निषिद्ध होता है जब नमाज़ अदा करने या सजदा करने वाले स्थान की पवित्रता के बारे में संदेह हो या उसके अपवित्र होने की संभावना हो, या नमाज़ के अनिवार्य कर्तव्यों में से एक, नजासत से पवित्रता प्राप्त करने के बारे में संदेह हो।
लेकिन, अगर आपको अपने प्रार्थना-स्थल या सजदा करने की जगह की सफ़ाई के बारे में पूरा यकीन है, तो अंधेरे में भी वहाँ नमाज़ अदा करना मकरूह नहीं है। क्योंकि यहाँ ज़रूरत भी है। क्योंकि, इंसान केवल मजबूरी में ही अंधेरे में नमाज़ अदा करता है।
(मेहमेद पाक्सु, परिवार के लिए विशेष फतवे)
सलाम और दुआ के साथ…
इस्लाम धर्म के बारे में प्रश्नोत्तर